बुर्ज खलीफा को कैसे बनाया गया – Burj Khalifa Stories in Hindi

Burj Khalifa

Burj Khalifa – दोस्तों दुबई में स्थित दुनिया के सबसे ऊंची इमारत बुर्ज़खलीफा के बारे में आप तो जानते ही होंगे, 828 मीटर ऊंची इस इमारत को बनाने में करीब 1.5 बिलियन डॉलर का खर्चा आया, इस बिल्डिंग में सिर्फ पैसे ही नहीं बल्की 12000 कारीगरों ने दिन रात मेहनन कर इस प्रोजेक्ट को सफल बनाया। 

  • स्थान 
   दुबई
  • निर्माण की शुरुआत 
   6  जनवरी 2004 
  • निर्माण पूर्ण 
    2010 
  • लागत 
    $ 1 .5 बिलियन 
  • ऊंचाई 
   828 मीटर  (2717  फिट )
  • मंजिल 
   163  मंजिल
  • उद्धाटन 
   10 जनवरी 2010 

 

लेकिन इतने बड़े प्रोजेक्ट को सफल बनाने में वहां के इंजीनियर और वर्कर्स को किन-किन मुश्किलों का सामना करना पड़ा और कैसे उन मुश्किलों का सॉल्यूशन निकाल कर उन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा का निर्माण पूरा किया, यही सब आपको हम आज के इस वीडियो में बताने वाले हैं, तो मैंने रही है वीडियो के अंत तक क्योंकि आज की यह वीडियो काफी इंटरेस्टिंग होने वाले हैं।

 

बुर्ज खलीफा का निर्माण – Burj khalifa built by

दोस्तों इस इमारत को बनाने में इंजीनियर के पास सिर्फ 6 साल का समय था, जिसमें उनको यह पूरी बिल्डिंग बनाकर तैयार करनी थी, उसके बाद  बुर्ज खलीफा को बनाने की शुरुआत 6 जनवरी 2004 को हुई जब दुबई के प्रॉपर्टी डेवलपर एमआर ने बुर्ज खलीफा के डिजाइन की जिम्मेदारी अमेरिका के आर्किटेक्चर स्किडमोर ओविंग्स एंड मेरिल को दी थी। 

burj khalifa built by

जो इससे पहले भी कई बड़ी बिल्डिंग्स के स्ट्रक्चर्स तैयार कर चुके थे लेकिन इतनी बड़ी इमारत का स्ट्रक्चर तैयार करने में उनके भी हाथ पांव फूल गए, जिसके बाद दिन रात एक कर के इन्होंने बुर्ज खलीफा के स्ट्रक्चर को तैयार कर लिया, और वह था buttress स्ट्रक्चर जो पहली बार बुर्ज खलीफा के लिए इस्तेमाल किया गया, और इसी फर्म के एक आर्किटेक्ट एड्रिअन स्मिथ को बुर्ज खलीफा का डिजाइन बनाने का काम दिया गया।

लेकिन बिल्डिंग का डिजाइन बनने में ही 3 साल का समय लगने वाला था और बचे 3 सालों में पूरी बिल्डिंग तैयार करना मुमकिन नहीं था, इसलिए बुर्ज खलीफा की खुदाई का काम शुरू कर दिया गया और साथ ही साथ डिजाइन बनाने का काम भी चलता रहा।

लेकिन जब बुर्ज खलीफा के स्ट्रक्चर के लिए खुदाई की जा रही थी तभी एक और मुसीबत ने जन्म लिया क्योंकि बुर्ज खलीफा के स्ट्रक्चर के लिए जहां पर खुदाई की जा रही थी वहां की जमीन में सिर्फ छोटे छोटे पत्थर और रेतीली जमीन थी, जो एक बड़ी बिल्डिंग की बुनियाद रखने के लिए बिल्कुल सही नहीं है।

लेकिन साइंस के एक फार्मूले फिक्शन ने उनकी यह समस्या सुलझा दी बता देगी बुर्ज खलीफा का स्ट्रक्चर और वजन जमीन और पाइप कि साइट्स पर बनी ग्रीप पर टिकी हुई है। इस बिल्डिंग के नीचे इंजीनियर्स ने 50 मीटर की गहराई तक 192 बेहद मजबूत पाइल्स को डाला है, क्योंकि इस स्ट्रक्चर को इस इमारत के 500000 टन से भी अधिक भार को संभालना है। 

burj khalifa structure

बुर्ज खलीफा का स्ट्रक्चर तैयार होने के बाद बारी आती है इसके कंट्रक्शन की बुर्ज खलीफा के कंस्ट्रक्शन का काम साउथ कोरिया की जानी मानी कंपनी सैमसंग c&t कारपोरेशन को दिया गया जो कि इससे पहले भी कई बड़े प्रोजेक्ट जैसे तायपेई 101 पर भी काम कर चुकी थी। लेकिन दोस्तों सैमसंग C&t कारपोरेशन को दिया गया ये काम इतना बड़ा था की इसे बेल्जियम की बेसिक्स और यूएई की मदद लेनी पड़ी जिसके बाद कंट्रक्शन का काम शुरू कर दिया गया। 

बिल्डिंग को जल्दी से जल्दी बनाने के लिए wingfost कंक्रीट से जम्प फार्मिंग प्रोसेस का इस्तेमाल किया गया। इस प्रोसेस में बेस में साचे बनाकर इसमें स्टील वीगफोर्समेंट पार्ट गुस्सा कर उसमें कंक्रीट भरा जाता है। और जब कंक्रीट सेट हो जाता है तो उस सांचे को ऊपर का फ्लोर बनाने के लिए ऊपर उठा लिया जाता है, और यही सेम प्रोसेस दोहराया जाता है। इस प्रोसेस से बिल्डिंग एक तरफ कंट्रक्शन टीम एक के बाद एक फ्लोर बनाती गई। 

लेकिन ऊंचाई अधिक हो जाने के बाद एक और नई मुसीबत ने जन्म लिया। यह मुसीबत थी कि जो कंक्रीट ऊपर सांचो में डालने के लिए बनाया जा रहा था, वह अधिक गर्मी और अधिक ऊंचाई होने के कारण ऊपर जाते जाते ही सूक जाता था। इसके लिए टीम ने ऐसा कंक्रीट बनाया जो बिल्डिंग के ऊपर तक पहुंचने तक लिक्विड रहे और उस कंक्रीट के मिक्सचर को बिल्डिंग के ऊपर जल्दी से जल्दी पहुंचाने के लिए कंट्रक्शन टीम ने दुनिया के सबसे ताकतवर 3 कंक्रीट पंप का इस्तेमाल किया गया जिन्होंने इस काम को अंजाम दिया। 

 

यह भी देखें 

  1. भारत के 10 सबसे बड़े बॉडीबिल्डर
  2. खजुराहो के मंदिरो का इतिहास। 
  3. चित्तौड़गढ़ किले का इतिहास। 
  4. दुनिया के सबसे खतरनाक हैकर्स 
  5.  कुम्भलगढ़ किले का इतिहास 

 

Burj Khalifa Construction Problems

जिसके बाद इमारत के सभी फ्लोर बन चुके थे लेकिन अभी भी इसके ग्लास पैनल लगाना बाकी थे, बता दें कि बुर्ज खलीफा पर कुल 24000 क्लास पैनल लगने वाले थे। लेकिन बुर्ज खलीफा पर जो ग्लास पैनल लगने वाले थे, उनको लगाने से बुर्ज खलीफा के  अंदर का टेंपरेचर 100 डिग्री सेल्सियस के आस पास पहुंच जाता था जिसके अंदर इंसानों का रहना संभव नहीं है।

इसलिए इंजीनियर्स के सामने एक और नई मुश्किल आ गई। और इस मुश्किल से निकलते निकलते 18 महीनों का समय बीत गया और उसके बाद  Jone Zearfa  नामक इंजीनियर ने इस मुश्किल से निकलने का सॉल्यूशन बताया लेकिन वह सलूशन बहुत महंगा था। जोन ने एक ऐसा गिलास बनाया जो सूर्य से निकलने वाली uv ress, को वापस रिफ्लेक्ट कर देता था। जिसके कारण अंदर का तापमान सामान्य बना रहता था।

लेकिन इस एक क्लास पैनल की कीमत $2000 थी, और बुर्ज खलीफा में 24000 क्लास पैनल लगने वाले थे जिसके कारण यह रकम 3 से 4 अरब के बीच जा पहुंची। जिसके बाद सिर्फ 4 महीनों में ऐसे 24000 ग्लास पैनल बना लिए गए। अब लगभग बुर्ज खलीफा का काम पूरा हो चुका था लेकिन अभी भी इसके टाप फ्लोर की एंडिंग अधूरी थी जहां पर एक स्टील का पाइप लगाना था जिसकी लंबाई 136 मी. और वजन 350 टन था।

लेकिन सबसे बड़ी मुश्किल यह थी इतने बड़े और भारी भरकम पाइप इतना ऊपर लगाया कैसे जाएं क्योंकि दुनिया में ऐसी कोई भी क्रेन मौजूद नहीं थी जो इतने बसनी पाइप को इतनी ऊंचाई पर रख सके और ना ही कोई हेलीकॉप्टर 350 टन वजन उठा सकता है लेकिन कैसे भी करके इस काम को करना जरूरी था।

तभी एक इंजीनियर ने एक कमाल का उपाय बताया उसने कहा कि इस पाइप को अलग-अलग टुकड़ों में उठाया जाए और बिल्डिंग के अंदर ले जाकर जोड़ा जाए और यह तरीका कामयाब रहा। जिसके बाद जेकिंक की मदद से इस पाइप को सही पोजीशन पर ले जाया गया। दोस्तों इस पाइप के लग जाने के बाद लगभग इस इमारत का काम पूरा हो चुका था।

 

बुर्ज खलीफा की कुछ दिलचस्प बातें – Burj khalifa Information

burj khalifa photos

लेकिन बुर्ज खलीफा के बारे में एक दिलचस्प बात ये है कि जब 2004 में इसका डिजाइन बनाया जा रहा था तब लोगों को पता भी नहीं था कि इसका पूरा डिजाइन कैसा होगा क्योंकि कंस्ट्रक्शन का काम शुरू होने के बाद भी इसके डिजाइन पर काम किया जा रहा था। 

काम शुरू होने के 3 साल के अंदर ही इसने रिकॉर्ड बनाने का सिलसिला भी शुरू कर दिया 2007 में इसने सियर्स टॉवर का बिल्डिंग विथ द मोस्ट फ्लोर्स का रिकॉर्ड तोड़ कर अपने नाम किया। 7 अप्रैल 2008 को बुर्ज खलीफा 629 मीटर की ऊंचाई के साथ दुनिया का टॉलेस्ट मैन मेड स्ट्रक्चर बन गया। 

636 मीटर की ऊंचाई के बाद MR ने ये ऐलान किया की इसके पूरे होने तक इसकी ऊंचाई को गुप्त रखा जाएगा पहले तो बुर्ज खलीफा की ऊंचाई तायपेई 101 की ऊंचाई से बस कुछ ही मीटर ज्यादा थी लेकिन इसका बुर्ज खलीफा का स्ट्रक्चर इतना मजबूत था कि  इसकी ऊंचाई को करीब 300 मीटर तक और बढ़ाया गया।

दोस्तों इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए अबू धाबी के प्रेसिडेंट खलीफा बिन ज़ायेद की मदद लेनी पड़ी थी, और उन्हीं की फाइनेंसियल मदद के कारण यह काम आगे बढ़ सका।

दोस्तो आपको बता दें कि पहले इस टावर का नाम बुर्ज टावर था, लेकिन प्रेसिडेंट की मदद के बाद से जब इसको ओपन किया गया तो उनके सम्मान में इस इमारत का नाम बुर्ज खलीफा कर दिया गया और अक्टूबर 2009 में इस इमारत के काम को पूरा करने के बाद 4 जनवरी 2010 को इसकी ओपनिंग की गई और इस मौके पर लोगों ने पहली बार दुबई के इस अजूबे को देखा और लोगों ने इसे काफी पसंद भी किया।

 

बुर्ज खलीफा से जुड़े रोचक तथ्य – Burj khalifa Interesting Facts

  • बुर्ज खलीफा के कंट्रक्शन में कुल 12000 वर्कर्स ने मिलकर काम किया था, और इसे बनाने में 6 साल का समय लगा था।
  • बुर्ज खलीफा को बनाने में 1.5 बिलीयन डॉलर यानी कि 114 अरब रुपयों का खर्च आया था।
  • बुर्ज खलीफा की ऊंचाई 828 मीटर यानी कि 27 17 फिट है जो की तीन एफिल टावर के बराबर है। और बुर्ज खलीफा की ऊंचाई इतनी ज्यादा है कि आप उसे 100 किलोमीटर दूर से भी देख सकते हैं।
  • बुर्ज खलीफा में कुल 24000 विंडो ग्लास पैनल लगे हुए हैं।
  • बता दे कि बुर्ज खलीफा में कुल 163 फ्लोर है, और दुनिया का सबसे ऊंचा रेस्टोरेंट भी बुर्ज खलीफा में ही मौजूद है जो 122 वे फ्लोर पर मौजूद है। 
  • 2012 तक इस बिल्डिंग का लगभग 80% हिस्सा इस्तेमाल के लिए लोगों ने ले लिया था, और  दुनिया की सबसे तेज़ लिफ्ट भी इसी इमारत में लगाई गई है।
  • बुर्ज खलीफा को बनाने में करीब 1 लाख हाथियों के बराबर कंक्रीट, और  A380 एरोप्लेन के बराबर एलुमिनियम इस्तेमाल किया था

 

 

दोस्तों आपको हमने इस आर्टिकल में बुर्ज खलीफा के निर्माण में इंजीनियर और वर्कर्स को किन-किन कठिनाइयों और मुश्किलों का सामना करना पड़ा और कैसे उन मुश्किलों का हल निकाला गया यह सब आपको हम नहीं पोस्ट के माध्यम से बताया है और साथ ही साथ आपको हमने बुर्ज खलीफा से जुड़े कुछ इंटरेस्टिंग फैक्ट के बारे में भी बताया है तो उम्मीद करता हूं आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई होगी अगर पसंद है तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करें।

दोस्तों अगर आप इस पोस्ट के ऊपर वीडियो देखना चाहते है, तो यह वीडियो देखे। 

बड़ी बुर्ज खलीफा का निर्माण – How Engineers Made Burj Khalifa

Leave a Comment